राष्ट्रभक्त मीडिया मोदी सरकार से सवाल पूछने का साहस नही कर रहा है कि देश को नया सीडीएस मिलने से देरी क्यो हो रही है
देश का राष्ट्रभक्त मीडिया मोदी सरकार से यह सवाल पूछने से क्यो बच रहा है कि नये सीडीएस की नियुक्ति के इतना विलंब क्यो हो रहा है, रक्षा मंत्रालय से जूडे इस अहम मामले पर मोदी सरकार की देरी हर देशवासी का ध्यान खीच रही है, इसकी वजह यह है कि सीडीएस की नियुक्ति को मोदी सरकार के अहम बदलाव में गिना जाता है। इसके बाद भी राष्ट्रभक्त मीडिया जिस तरह से कृषि बिल वापसी के बाद किसानों के आंदोलन खत्म नही होने पर रूदाली कर रहा था वैसी रूदाली सीडीएस की नियुक्ति पर नही दिखाई दे रही है जबकि चीन के साथ बेहद तनावपूर्ण हालात0 बने हुए है। ज्ञात हो कि देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने चीन को नंबर एक दुश्मन बता चुके है। चीन को लेकर सीडीएस के बेबाक बयानबाजी आम जनता में भी चर्चा का विषय थी।
देश का राष्ट्रभक्त मीडिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा कृषि बिल वापस लिये जाने के बाद भी किसान आंदोलन के खत्म नही होने पर जिस तरह का रोना रो रहा है, कि प्रधानमंत्री ने किसानों की मांग पूरी करने के बाद भी किसान क्यो वापस जाने को तैयार नही है, वैसी रूदाली नये सीडीएस को लेकर क्यों नही कर रहा है, यह देश की जनता जानना चाहती है। यह देश की रक्षा से जूडा मामला होने के बाद भी मौन क्यों साधे हुए है। मोदी सरकार ने सीडीएस की नियुक्ति तीनों सेनाओं में तालमेल बैठने के लिए की थी, जो स्पष्ट करता है कि सीडीएस का पद चीन के साथ बने तनावपूर्ण हालात में कितना अहम है, ा18 दौर की बातचीत के बाद भी चीन लद्दाख से पीछे हटने को तैयार नही है वही अरूणाचल प्रदेश में भारतीय सीमा के अंदर एन्क्लेव का निर्माण भी कर लिया है जिसकी पुष्टि अमेरिका संस्थान पैंटागन तक ने की है। इसके बाद भी मीडिया मोदी सरकार से नये सीडीएस की नियुक्त को लिए किसानों आंदोलन खत्म करने की तरह माहौल बनाने की कोशिश नही करना स्पष्ट करता है कि राष्ट्रभक्त मीडिया होने का दावा करने वाले मीडिया हाऊस को देश से ज्यादा मोदी सरकार की चिंता है, इसलिए हेलिकॉप्टर के्रश में देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत के निधन के बाद से यह पद खाली है, यह पद कब भरा जायेगा, इस पर भी सस्पेंस बरकरार है, क्योकि किसी को कार्यवाहक सीडीएस भी नही बनाया गया है । जानकारों का कहना है कि वर्तमान मीडिया हाऊस के लिए मोदी सरकार ही देश है, मोदी सरकार बची रही तो देश बचा ही रहेगा। इस सोच के साथ काम कर रहे है। जिसके चलते उन्हें नये सीडीएस की नियुक्ति को कोई चिंता नही है।