भाजपा गठबंधन सरकार का कांग्रेस ने किया समर्थन, दंतेवाड़ा जिला पंचायत में भी कांग्रेस व भाजपा मिल कर बना चुके है सरकार
मेघालय में बीजेपी गठबंधन सरकार को कांग्रेस के द्वारा समर्थन किया जाना बस्तरवासियों को दंतेवाड़ा जिला पंचायत में भाजपा और कांग्रेस के मिलकर सरकार बनाने की पूरानी याद को ताजा कर दिया, जिला पंचातय में कम्यूनिष्ट पार्टी को सत्ता से दूर रखने के लिए यह गठबंधन हुआ था। कांग्रेस के विधायक के टीएमसी में चले जाने के बाद कांग्रेस का मेघालय में विपक्ष का अस्तित्व खत्म होता दिखाई दे रहा है, जिसके चलते भाजपा गठबध्ंान सरकार को समर्थन देने की बात कही है। कांग्रेस के मेघालय के प्रभारी मनीष तिवारी का यह कहना है कि समर्थन के बाद भी विपक्ष की भूमिका निभाते रहेगें। विधानसभा चुनाव के पूर्व मेघालय में भाजपा गठबंधन सरकार को कांग्रेस के समर्थन देने से निश्चित ही उसका असर चुनावों में भी दिखाई देगा। गोवा में टीएमसी पहले ही कांग्रेसी विधायकों को अपने पालें में लाकर भाजपा को चुनौती दे रही है। इस घटना के बाद गोवा में टीएमसी इस मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा को घेरने की हर संभव कोशिश करेगी।
कांग्रेस की कमजोरियों का फायदा उठा भाजपा कांग्रेस के कई राज्यों में सुपड़ा साफ कर दिया है, इसके बाद भी कांग्रेसी की नीतियां सवालों के घेरे में बनी हुई है। ताजा मामला मेघालय में भाजपा गठबंधन सरकार को कांग्रेस का समर्थन देने का है। देश में कांग्रेस भाजपा को विरोध कर रही हेै लेकिन मेघालय में भाजपा संगठन वाली सरकार का समर्थन करना स्पष्ट करता हेै कि जरूरत पडऩे पर कांग्रेस अस्तित्व बचाने के लिए भाजपा के साथ समझौता भी कर सकती है। मेघालय में टीएससी ने कांग्रेस को जबरदस्त झटका देते हुए कांग्रेस के 12 विधायको को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया, बचे विधायकों को सुरक्षित रखने के लिए काग्रेस ने भाजपा गठबंधन सरकार का समर्थन करने की रणनीति जरूर बनायी है लेकिन क्या यह धरातल में सफल हो पायेगी वही दूसरी तरफ मेघालय में भाजपा गठबंधन सरकार का समर्थन करने की रणनीति का आगामी विधानसभा चुनाव में क्या असर पड़ेगा? क्या कांग्रेेस के रणनीतिकारों ने इसका भी आंकलन किया हैं? राजनीतिक जानकारों का मानना है कि मेघालय में इस गठजोड़ का सबसे ज्यादा नुक्सान कांग्रेस को गोवा में उठाना पड़ सकता है क्योकि गोवा में टीएमसी पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ रही है, कांग्रेस के कई नेता टीएमसी में शामिल हो गये है, जिसके चलते कांग्रेस पूरी तरह से कमजोर नजर आ रही है। टीएमसी गोवा में कांग्रेस के वोट बैंक में सेंधमारी करने के लिए मेघालय को मुद्दा बना कर आसानी से कांग्रेस को घेर सकती है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मेघालय के बाद कांग्रेस के लिए गोवा में भी संकट गहरा गया है।
भ्रम का शिकार है कांग्रेस
कांग्रेस विधायक दल के नेता अम्पारीन लिंगदोह ने कहा कि पार्टी उन मुद्दों का समर्थन करेगी जो आम जनता से संबंधित है। जहां सरकार और विपक्ष दोनों को उन्हें हल करने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है। वही टीएमसी में शामिल मुकुल संगमा ने कहा कि मेघालय राज्य में कांग्रेस पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है…. वे भ्रम का शिकार है।