October 23, 2024

क्या भाजपा ने अपने पत्ते चुनाव से ढेड़ साल पहले ही खोल दिये ?

महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव की हत्या को राजनीतिक मुद्दा बनाने से कमल चंद भंजदेव टिकट की दौड़ में सबसे आगे हुए।

प्रवीरचंद भंजदेव के बलिदान दिवस 25 मार्च  जिस भव्यता के साथ मनाया गया, उससे कांग्रेस के अंदर ही नही भाजपा के अंदर भी खलबली मचा दी है। जिस वरीष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव की हत्या के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताने का प्रयास किया, उसके बाद से बस्तर की राजनीति उथल पुथल शुरू हो गयी है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बस्तर में भाजपा अपने खोये जनाधार को वापस पाने के लिए महाराजा प्रवीर चंद्र की हत्या के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताकर भाजपा के पक्ष में माहौेल बनाने का प्रयास कर रही है, यह तब ही संभव है जब कमलचंद्र भंजदेव, या राजमाता को जगदलपुर विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार बनाये। किसी और को बस्तर की एक मात्र सामान्य सीट जगदलपुर से टिकट देकर महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव की हत्या मामले पर कांग्रेस को घेरने में कामयाब नही हो सकेगी? राजपरिवार को नजरअंदाज करके महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव के मुद्दे पर राजनीति नही की जा सकती है।  सवाल यह है कि महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव के बलिदान दिवस पर जिस तरह बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित हुआ वह स्पष्ट करता है कि बस्तर में भाजपा ने महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव की हत्या को एक अहम मुद्दा बना कर कांग्रेस को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है। कांग्रेस किस तरह भाजपा की इस रणनीति को भेदपाती है? क्योकि देश के अन्य हिस्सों में भाजपा की रणनीति को अभी तक कांग्रेस चाणक्य भेद नही सके है। यह जरूर है कि बस्तर में अभी तक मोदी का जादू नही चल है लेकिन महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव का जादू चल गया तो कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती है। वही दूसरी तरफ सोशल मीडिया में भी भाजपा समर्थक प्रवीर चंद्र भंजदेव को लेकर बयानबंाजी करने लगे है जो बताता है कि आगामी विधानसभा चुनाव में बस्तर में महाराजा प्रवीर चंद्र भंजदेव की हत्या एक बड़ा राजनीति मुद्दा होगा। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कश्मीर फाइल्स की सफलता ने छत्तीसगढ़ भाजपा में भी नयी ऊर्जा भर दी है और बस्तर में प्रवीर चंद्र भंजदेव की हत्या को मुद्दा बना कर कांग्रेस को घेरने की तैयारी की जा चुकी है, बलिदान दिवस से इसकी शुरूआत कर दी गयी है, जिसका आने वाले समय विस्तार ही होगा। भाजपा ने जरूर अपने 15 वर्ष के कार्यकाल में प्रवीर चंद्र भंजदेव को महत्व नही दिया, जिस पर वरीष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल को कहना है कि जब जागों तब सवेरा, जो गलती पूर्व में हो चुकी है अब नही होगी, उन्होंने कहा कि प्रवीर चंद्र की हत्या की जांच फिर से करायी जायेगी।

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