2014 में अपनी ताकत का पता लगने के बाद चीन अरूणाचल प्रदेश में लगातार जगहों का नाम क्यों बदल रहा है?
विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि हमें अपनी ताकत का 2014 में पता चला, लेकिन यह नही बताया कि इस ताकत का उपयोग अरूणाचल प्रदेश में चीन के द्वारा लगातार बदले जा रहे नामों पर कब किया जायेगा या फिर लद्दाख में चीन जो भारतीय सीमा का अतिक्रमण किया है उसे कब खदेड़ा जायेगा। ऐसे में सवाल तो उठता ही है कि विदेश मंत्री जयशंकर का बयान भी कुछ कुछ उसी तरह का ही है कि 2014 के बाद ही देश को आजादी मिली है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा के स्थापना दिवस पर कहा कि भाजपा हनुमान जी का जीवन आज भी हमें भारत विकास यात्रा में प्रेरणा देते हैं। जब लक्ष्मण जी पर संकट आया तब हनुमान जी पूरा पर्वत ही उठाकर ले आए। भाजपा भी इसी प्रेरणा से परिणाम लाने में लोगों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करती रही है करते रहना है करते रहेगें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का विस्तार करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भगवान हनुमान को जब अपनी असीम शक्तियों का आभास हुआ, इसके बाद कई असंभव कार्य किए, हमें हमारी ताकत का 2014 में पता चला। लेकिन यह नही बताया कि इस ताकत का पता चलने के बाद भी मोदी सरकार चीन के द्वारा लगातार अरूणाचल प्रदेश के जगहों का नाम बदलने पर लगाम नही लगा सकी। चीन मोदी सरकार में तीन बार अरूणाचल प्रदेश के स्थानों का नाम बदल रहा है, लेकिन मोदी सरकार इस पूरे मामले पर मौन साधे हुए है। वही करोना काल में चीन ने लद्दाख सीमा पर भारतीय सीमा पर अतिक्रमण करने के बाद भी मोदी सरकार अभी तक खाली करा पाने में सफल नही हो सकी है। देश में हिन्दू मुस्लिम अपने चरम पर है, देश के किसी भी राज्य में बगैर हिन्दू मुस्लिम व पाकिस्तान मुद्दे के बगैर चुनाव संभव नही है, इसके बाद भी भाजपा के नेता यह दावा किस आधार पर कर रहे है कि 2014 के बाद हमें अपनी ताकत का पता चला, क्या यह ताकत हिन्दू मुस्लिम राजनीति को बढ़ावा देना तो नही है? क्योकि ताकत का पता चल जाने के बाद भी चीन पर मोदी सरकार लगाम नही लगा पा रही है। जबकि भगवान हनुमान के साथ ऐसा नही हुआ था उन्हेंं अपनी अपनी ताकत का पता लगने के बाद एक से बढ़कर एक कारनामें किये थे, लेकिन मोदी सरकार चीन के मामले पर पूरी तरह से नतमस्तक नजर आ रही है। यह जरूर है कि विपक्ष को कुचलने के लिए हर संभव कोशिश कर रही है।