October 23, 2024

बाहरी बनाम स्थानीय मुद्दा, भाजपा की परेशानियों का सबब बना!

इस मुद्दे के काट के लिए भाजपा नेता बेतुके तर्को का ले रहे है सहारा
अमित शाह ने टीएमसी के वोटबैंक को ही बाहरी बता दिया

पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता ममता बेनर्जी के बाहरी बनाम स्थानीय व्यक्ति के मुद्दा भाजपा के लिए परेशानियों का सबब बनता जा रहा है, जिस पर अमित शाह ने सफाई दी कि टीएमसी का वोट बैंक सही मायने में बाहरी है। उन्होंने कहा कि मैं तो इसी देश में जन्मा हूं और इसी देश की मिट्टी में बिल जाऊंगा। ज्ञात हो कि भाजपाई कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को बाहरी व्यक्ति बताने से नही चुकती है जबकि भारतीय सनातन संस्कृति के अनुसार शादी के बाद पति का घर ही पत्नी का घर होता है। सनातन धर्म का उपदेश देने वाले सोनिया गांधी को अभी भी इटली का बताने से गुरेज नही करते है, लेकिन उसी मुद्दे को जब पश्चिम बंगाल में ममता बेनर्जी ने हवा दी तो भाजपा नेताओं द्वारा यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है कि वह इसी मिट्टी में मिल जायेगें।
पश्चिम बंगाल में भाजपा अपने ही बिछाये जॉल में फंसती दिखाई दे रही है। टीएमसी नेता ममता बेनर्जी ने बाहरी बनाम स्थानीय मुद्दे को चुनावी मुद्दा बना कर भाजपा की परेशानी बढ़ गई है। पश्चिम बंगाल में भाजपा के प्रचार करने वाले स्थानीय नेताओं से ज्यादा बाहरी नेता प्रचार करने के लिए आ रहे है, इसलिए टीएमसी का बाहरी बनाम स्थानीय मुद्दा विधानसभा चुनाव का एक अहम मुद्दा बन गया है। गौरतलब है कि भाजपा ने इसी बाहरी बनाम भारतीय मुद्दा को हवा देकर सोनिया गांधी को विदेशी बताने में कोई भी कोर कसर नही छोड़ रखी है, जबकि भारतीय सनातन संस्कृति के अनुसार ही शादी के बाद पति का घर ही पत्नी का घर होता है, लेकिन इस मामले पर भाजपा नेता सनातन संस्कृति को भी किनारे कर दिया, क्योकि यह मुद्दा भाजपा केा लाभ पहुंचाता है ,आज उसी मुद्दे को ममता बेनर्जी ने हवा देकर भाजपा को सत्ता से दूर करने की रखने की कोशिश कर रही है। गृहमंत्री अमित शाह इस मामले जनता को यह बताने का प्रयास कर रहे है कि वह इसी देश में पैदा हुए है और इसी देश में मर जायेगें, लेकिन उनका यह प्रयास जमीनी स्तर पर कितना सफल होता है यह तो चुनाव परिणाम आने के बाद ही पता लगेगा। अमित शाह ने बाहरी बनाम स्थानीय मुद्दे पर टीएमसी का वोट बैंक के बाहरी बता कर कही ना कही एक बार फिर धु्रवीकरण का प्रयास किया है। उन्होंने घुसपैठिए को टीएमसी का वोट बैंक बताने के साथ ही कम्युनिस्टों की विचार धारा चीनी व रूसी वाली बताया, जबकि कांग्रेस के नेत्त्व को बाहरी है जो इटली से आई है। जिस तरह से बाहरी बनाम स्थानीय मुद्दो की सफाई के लिए विपक्षी दलों को बेतुके तर्को से घेरने का प्रयास कर रहे वह यही संकेत दे रहा है कि पश्चिम बंगाल चुनाव में बाहरी बनाम स्थानीय एक अहम मुद्दा बन गया है, जिससे भाजपा की अवगत हो चुकी है।

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