मोदी सरकार में विकास की रफ्तार क्यो थम गयी
मोदी सरकार में देश विकास के पथ पर इस तेजी से आगे बढ़ रहा हेै कि बांग्लादेश भी प्रति व्यक्ति आय के मामले पर भारत को पीछे छोड़ दिया हेै। बांग्लादेश की प्रतिव्यक्ति आय 2,227 डॉलर हो गयी है जबकि भारत में प्रति व्यक्ति आय 1947 डॉलर है , उल्लेखनीय है कि वर्ष 2007 में बांग्लादेश के प्रति व्यक्ति आय भारतीय से आधी थी। प्रति व्यक्ति आय के मामले पर सिर्फ बांग्लादेश ही आगे नही निकाल है, मालदीव, श्रीलंका, भूटान भी भारत से आगे है।
केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद देश की अर्थ व्यवस्था में गिरावट का जो दौर शुरू हुआ वह रूकने का नाम ही नही ले रहा है, इस दौरान जरूर बांग्लादेश में शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रति व्यक्ति आय के मामले पर भारत को पीछे छोड़ दिया है, इससे देश व एशिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कद बढ़ा या कम हुआ इसकी समीक्षा जारी है। क्योकि जिस देश की प्रति व्यक्ति आय अधिक होती है उसे सम्पन्न देश माना जाता है, ऐसे में देश में मोदी सरकार आने के बाद पड़ोसियों की प्रति व्यक्ति आय के मामले में भारत से आगे निकलना साबित करता है कि अर्थिक मामले पर मोदी सरकार फेल रही है। मोदी सरकार आने के बाद जिस तरह से बांग्लादेश ने तरक्की करके प्रति व्यक्ति आय के मामले पर भारत को पीछे छोड़ दिया है उससे यही प्रतित होता है कि मोदी सरकार ने देशवासियों को अच्छे दिनों का वादा करके सत्ता में काबिज जरूर हुई थी लेकिन अच्छे दिन बांग्लादेश के आये। बांग्लादेश की विकास दर कोरोना काल में भी भारत से बेहत्तर थी। धर्म की राजनीति के कारण सरकार की प्राथमिकताओं में विकास एवं जनकल्याण के मुद्दे गायब हो गये है। जिसकी वजह से शिक्षा, कृषि, उघोग-व्यापार स्वास्थ्य के मामले पर पिछड़ता जा रहा है। इसके बाद भी मोदी सरकार देश की जनता को यह बताने में लगी हुई है कि सब कुछ ठीक है, जबकि कोरोना की दूसरी लहर ने भी देश में भारी तबाही मचाई, पड़ोसी देशों की तुलना में।