लम्बे समय के बाद कांग्रेस ने भाजपा में सेंधमारी करने में सफलता प्राप्त की
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने का सिलसिला लम्बे समय चल रहा था, इस समस्या से कांग्रेस को अभी मुक्ति नही मिल पायी है लेकिन उत्तराखंड में कांग्रेस ने भाजपा के खेमें में सेंधमारी करते हुए राज्य के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य और उनके पुत्र संजीव आर्य ने भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल कराकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है कि उत्तराखंड में भाजपा की हालत पतली है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में भाजपा आलाकमान ने आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए ताश के पत्तों की तरह मुख्यमंत्री को बदला है, लेकिन यह रणनीति भी धरातल मेें सफल होती दिखाई नही दे रही है।
उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव के पूर्व ही नेताओं के पाला बदलने का खेल शुरू हो गया है, भाजपा जो इस खेल में अभी तक आगे चल रही थी, लेकिन उत्तराखंड में कांग्रेस से पिछड़ती नजर आ रही है। परिवहन मंत्री सतपाल आर्य और उनके बेटे विधायक संजीव आर्य ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होना बताता है कि इस बार उत्तराखंड की हवा किस दिशा में बह रही है। गौरतलब है कि उत्तराखंड को लेकर भाजपा आलाकमान लम्बे समय से चिंतित है जिसके चलते ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटा कर तीरथ सिंह रावत को सत्ता की कमान सौंपी लेकिन उनकी कार्याशैली को देखते हुए कुछ ही महीनों में उन्हें भी हटा दिया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को विधानसभा चुनाव में जीताने की कमान सौंपी, लेकिन आलाकमान की इस रणनीति पर भी सवाल गहराने लगे है क्योकि परिवहन मंत्री सतपाल आर्य और उनके विधायक पुत्र संजीव आर्य ने पार्टी छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होना यही बताता है कि उत्तराखंड में भाजपा की हालत ठीक नही है, जिसके चलते भाजपा से पलायन की शुरूआत हो गयी है।
लम्बे समय तक कांगे्रस का हिस्सा रहे
सतपाल आर्य लम्बे समय से कांग्रेस पार्टी का हिस्सा थे, 1989 में पहली बार बारखटीमा सितारगंज सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे, 2007 से 2014 तक कांग्रेस उत्तराखंड इकाई के अध्यक्ष थे और रावत के नेतृत्व वाली पूर्ववती सरकार में मंत्री और विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके थे, लेकिन 2017 में उन्होंने कांगे्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये थे।
हरीश रावत ने किया स्वागत
सतपाल आर्य और उनके बेटे संजीव आर्य के कांग्रेस में वापसी का पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने स्वागत किया है। देहरादून स्थित कांग्रेस भवन में कांग्रेसियों ने इस घर वापसी पर आतिशबाजी की व एक दूसरे को मिठाई खिलाई।