चुनाव के वक्त सुनियोजित तरीके से पाला बदलाकर किया जाना है हमला
विधानसभा चुनाव से पहले ही विपक्षी पार्टी के नेताओंं को अपने पाले में आकर चुनाव पूर्व ही अपने पक्ष में माहौल बनाने की रणनीति सफलता के झंडे गांड रही है, गुजरात में जिस तरह से कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल को भाजपा में शामिल करके कांग्रेस को झटका दिया था उसी तरह ही हिमाचल प्रदेश मेें भी कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष हर्ष महाजन को भाजपा में शामिल करके कांग्रेस पर निशाना साधा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चुनाव पूर्व कांग्रेसी नेताओं के पाला बदलने से जनता में यही संदेश जाता है कि कांग्रेस पार्टी कमजोर हो गई है, जिसका फायदा चुनाव में भाजपा को मिलता रहा है।
भाजपा ने गुजरात विधानसभा के चुनाव पूर्व कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल को भाजपा में शामिल करने के बाद उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया, कुछ उसी तरह ही हिमाचल प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन ने कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल होने पर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कांग्रेस का पूरा सफाया कर दिया है, चाहे वो यूथ कांग्रेस हो, एनएसयूआई हो, या कांग्रेस हो। एक तरफ वह भारत जोड़ो यात्रा कर रहे है वही दूसरी तरफ कांग्रेस तोड़ो हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक वीरभद्र सिंह जी थी तब तक हिमाचल प्रदेश में कुछ ठीक था लेकिन अब कुछ नही रह गया है। ना विजन है और जो घोषणा पत्र बनते है उसमें सारा झूठ है। राजनीतिक जानकारोंं का मानना है कि विधानसभा चुनाव के पूर्व के कार्यकारी अध्यक्ष हर्ष महाजन ने कांग्रेस पर जिस तरह से आरोप लगाये है, उससे आम जनता भी सोचने को मजबूर हो जाती है। इसी असमंजय का फायदा चुनावों में भाजपा को मिल रहा है। पूर्व में कांग्रेस भी इसी तरह की रणनीति पर काम करती थी लेकिन मोदी सरकार इस रणनीति का उपयोग बेहत्तर ढंग से करके कांग्रेस को निटपाने में कर रही है। उत्तरप्रदेश में मुलायम सिंह परिवार की बहू अर्पणा यादव को भाजपा ने अपने पाले में लाकर सपा पर भी निशाना साधा था।