विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा नुक्सान कांग्रेस को हुआ
भाजपा क्यो कांग्रेस पर हावी हो गयी है, आलाकमान को समीक्षा करने की है जरूरत,
सत्ता विरोधी लहर का फायदा भाजपा के खिलाफ कांग्रेस क्यो नही उठा पाती है, जबकि भाजपा उठा ले जाती है, यह ऐसा सवाल है जिसकी समीक्षा करने की जरूरत आलाकमान को है। पुुडुचेरी में कांग्रेस की सत्ता थी जहां पर भाजपा सत्ता में आ गयी लेकिन असम में भाजपा सत्ता में भी लेकिन वहंा पर कांग्रेस भाजप को सत्ता से नही हटा सकी, जबकि देश में महंगाई अपने चरम पर होने के साथ ही असम में सीएए का मुद्दा भी अहम था जिसकों लेकर लम्बे समय तक आंदोलन भी वहंा की जनता ने किया, भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में सीएए का उल्लेख तक नही किया जबकि एनआरसी पर भी सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का उल्लेख किया, इसके बाद भी विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता में काबिज हो गयी और कांग्रेस सत्ता से दूर ही रही। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस भाजपा को टक्कर देने की स्थिति क्यो नही पैदा कर पा रही है इसके लिए आलाकमान को गंभीरता से मंथन करना चाहिए , क्यों भाजपा कांग्रेस को आसानी से कटघरे में खड़ा कर रही है,अन्यथा कांग्रेस धीरे धीरे सिकुड़ती ही जायेगी ।विगत सात सालों से सत्ता में भाजपा है और मंहगाई सहित अन्य समस्या से जनता परेशान है कोरोना की पहली लहर के बाद दूसरी लहर भी देश में तबाही मचाये हुए है, इसके बाद भी जनता कांग्रेस पर विश्वास क्यो नही कर पा रही है। जब तक इस दिशा में कांग्रेस विचार नही करेगी तब तक भाजपा कांग्रेस का आसान शिकार बनती रहेगी।