April 16, 2025

पुलिस ब्रम्हानंद नेताम को गिरफ्तार नही कर सकी, ईडी सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार कर ली

भानुप्रतापपुर उपचुनाव में कांग्रेस व भाजपा के शह और मात के खेल ने चुनाव को रोमांचक बना दिया है

भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के मतदान के तीन दिन पूर्व ईडी के द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उप सचिव सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार कर लिये जाने का इस उपचुनाव पर कितना असर डालेगा? यह सवाल राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनता जा रहा है, क्योकि ईडी ने छापेमारी के बाद 100 करोड़ रूपये ये अधिक के कथित हवाला रैकेट का भंडाफोड़ करने के साथ ही हवाला लेनदेन के तहत औपचारिक बैंकिंग प्रणाली से हटकर नकदी का आरोप लगाया था, विगत दिनों केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी सौम्या चौरसिया को सुपर सीएम बताया था। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि चुनाव पूर्व ईडी की इस कार्यवाही को भाजपा कांग्रेस के भ्रष्टाचार से जोड़कर कांगे्रेस सरकार को कटघरे में खड़ा करने का हर संभव कोशिश करेगी? कांग्रेस ने भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम को झारखंड में पास्कों एक्ट के तहत दर्ज मामला उजागर करके भाजपा को इस चुनाव में घेरने की कोशिश की, लेकिन झारखंड पुलिस छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ मिलकर ब्रम्हानंद नेताम की गिरफ्तारी अभी तक नही कर सकी है लेकिन ईडी ने सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार कर चार दिन की रिमांड लेने में भी सफल रही। भानुप्रतापपुर उपचुनाव के मद्देनजर कांग्रेस व भाजपा के बीच शह और मात का खेल चल रहा है, इसमें किसकों सफलता मिलती है यह तो आठ दिसंबर को ही पता चलेगा लेकिन निश्चित ही विधानसभा चुनाव के पूर्व होने वाला यह उपचुनाव बेहद ही रोमांचक हो गया है। इसी उपचुनाव में पहली बार बस्तर में सर्व आदिवासी समाज भी राजनीतिक पारी शुरू करके राष्ट्रीय दलों का समीकरण बिगाडऩे में लगी हुई है।
विधानसभा चुनाव के पूर्व होने वाले भानुप्रतापपुर उपचुनाव में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए भाजपा और कांग्रेस के बीच शह और मात का जो खेल चल रहा है, उसका भानुप्रतापपुर के मतदाता ही नही प्रदेश की जनता का ध्यान भी खींचा है। कांग्रेस ने भानुप्रतापपुर उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम पर झारखंड में 2019 में दर्ज पॉस्कों एक्ट का मामला सार्वजनिक करके उनके नामांकन को रद्द कराने के साथ ही उनकी गिरफ्तारी की हर संभव कोशिश की, लेकिन इसमें सफलता अभी तक नही मिल सकी है लेकिन मोदी सरकार ने जवाबी कार्यवाही करते हुए मतदान के तीन दिन पूर्व मुख्यमंत्री की उप सचिव सौम्या चौरसिया को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तारी करने के साथ ही चार दिन की रिमांड लेने में भी सफल होकर राज्य की राजनीति में भूचाल ला दिया है। इस कार्यवाही को लेकर भाजपा उपचुनाव में बचे दो दिनों में कांग्रेस सरकार पर भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरने की हर संभव कोशिश करेगी? राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कांग्रेस सरकार भाजपा प्रत्याशी को गिरफ्तार का दवाब ही बनाते रहे और मोदी सरकार ने सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार करके जनता को एक पुरानी कहावत की याद ताजा करा दी कि गरजने वाले बरसते नही है।

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