आत्मनिर्भर भारत की तरफ मोदी सरकार का एक और कदम
मोदी सरकार ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में एक कदम और बढ़ाते हुए मोदी सरकार लोकतंत्र को लेकर अपना इंडेक्स तैयार करने का प्रयास कर रही है, अभी तक यह काम विदेशी संस्थानों के द्वारा ही किया जाता रहा है, जिसमें यह संस्थानें अपने मापदंड निर्धारित करके मोदी सरकार को बदनाम करने का हर संभव प्रयास कर रही है। विश्व में मोदी सरकार की हो रही इस किरकिरी को रोकने के लिए भारत ने वल्र्ड डेमोक्रेसी रिपोर्ट व ग्लोबल प्रेस फ्रीडम इंडेक्स तैयार करके आत्मनिर्भर के साथ ही विश्व गुरू बनने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।
अब नही होगी विश्व पटल पर भारत की बदनामी
अमेरिकन संस्था फ्रीड्म हाउस ने अपनी रिपोर्ट में भारत को स्वतंत्र देश की श्रेणी से निकाल कर आंशिक स्वतंत्र देशों की श्रेणी में डालने के बाद से ही देश मेें राजनीति पारा चढऩे लगा था, इसी बीच स्वीडन की वी-डेम इंस्टीट्यूट की भी रिपोर्ट आ गयी जिसमें वही बातें कही गयी है जो फ्रीड्म हाउस की रिपोर्ट में कही है, वही फ्रीडम प्रेम की ग्लोबल रिपेार्ट में भी भारत का स्थान मोदी सरकार आने के बाद लगातार गिरता जा रहा था। विश्व पटल पर मोदी सरकार के दौरान हो रही इस किरकिरी पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार ने अपने इंडेक्स पर लोकतंत्र व प्रेम की आजादी की रिपोट तैयार करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। जिसके तहत विदेश मंत्रालय स्वतंत्र थिंक टैंक से वल्र्ड डेमोक्रेसी रिपोर्ट और ग्लोबल प्रेस फ्रीडम रिपोर्ट करने पर विचार कर रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि अभी तक भारत का आंकलन विदेशों में बैठी संस्थानें किया करती थी लेकिन मोदी सरकार ने अब फैसला किया है कि भारत विश्व के दूसरे देशों की रिपोर्ट तैयार करेगें, जो निश्चित ही आत्मनिर्भर भारत का निर्माण के साथ ही विश्च गुरू बनने की दिशा में भी बड़ा कदम माना जा रहा है। 70 सालों में पूर्व की सरकारों ने यह काम नही किया जिसकी वजह से देश व दुनिया में भारत की बदनामी हो रही थी लेकिन मोदी सरकार अब इस पर लगाम लगाने की रणनीति तैयार कर ली है। अब भारत को कोई बदनाम नही कर सकेगा।
मोदी के विकास से स्वतंत्र देश, आशिंक स्वतंत्र तो नही बन गया