October 23, 2024

नेता का अतीत जानने से आम जनता की समस्याओं का निराकरण नही हो जाता है आजाद जी

कांग्रेस में रहते आप की शत प्रतिशत समस्याओं का निराकरण हो गया है, इसलिए आपकों अतीत बताने वाला नेता महान लगनेे लगा है

गुलाम नवी आजाद जी
नमस्कार
राज्यसभा से आपके विदाई के वक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सदन में जो आंसू बहाये थे उसका असर दिखाई देने लगा है, जम्मू में आयोजित गुज्जर समुदाय को संबोधित करते हुए आपने प्रधानमंत्री के आंसूओंं का कर्ज चुकाते हुए श्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पद पर होने के बाद अपने जड़ो को याद रखा है और खुद को गर्व से चायवाला कहते है, लेकिन आपने कश्मीर से धारा 370 को हटाने के बारे में प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ कर देतें, जिससे निश्चित ही मोदी सरकार को भी नयी ऊर्जा मिलती, लेकिन ऐसा क्यो नही किया यह सवाल बना हुआ है।
आपने कहा कि प्रधानमंत्री अपना अतीत नही छूपाते है, लेकिन सवाल यह है कि अतीत को सार्वजनिक करके मोदी जी जनता को भावनाओं में बहा कर अपना राजनीति कद बढ़ाने में सहयोग तो नही किया? मोदी जी का अतीत जाने से आम जनता की समस्याओं का निराकरण नही हो पाता है। जिस तरह से देश में नोटबंदी की, जीएसटी भी आनन फानन में लायी गई जिसमें अभी तक संसोधन का काम चल रहा है, इसके बाद धारा 370 को कश्मीर से हटा दिया , लेकिन इस मामले पर जनता को किसी भी प्रकार की कोई रायशुमारी नही की जिसका खामियाजा आज भी देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है, लेकिन आपकों मोदी जी द्वारा अपना अतीत बताया जाना ही महान लग रहा है, कांग्रेस के साथ आप की समस्याएं हो सकती है, अगर उन समस्याओं का निराकरण नही हो रहा है तो पार्टी भी छोड़ सकते है, लेकिन कांग्रेस में रहते हुए प्रधानमंत्री द्वारा अपने अतीत को बताये जाने की मामले का महान बताना, कही ना कही सवाल तो पैदा ही करता है सदन में प्रधानमंत्री के आसूंओं का कर्ज तो नही चुकाया जा रहा है। आप लम्बे समय से राजनीति कर रहे है यह बात तो मालूम ही होगी कि नेताओं के द्वारा अपना अतीत बता देने से जनता की समस्याओं का निराकरण नही होता है, जनता नेता को नेता का अतीत नही अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए चुनती है। आजाद जी कांगे्रस पार्टी में रहते आप की अधिकांश समस्याओं का निराकरण हो गया है क्योकि लम्बे समय से राज्य सभा के सदस्य के साथ उच्च पदों पर काबिज थे जिसके कारण आपकों प्रधानमंत्री द्वारा अपना अतीत बताया जाना महान काम लगता हेागा। लेकिन जनता को नेताओं का अतीत नही मौजूदा समस्याओ का निराकरण चाहती है। पेट्रोल शतक पार कर गया है वही एलपीजी भी तेजी से एक हजार के आंकडे को छूने के लिए बढ़ रहा है। महंगाई और बेरोजगारी भी अपने चरम पर है, इन समस्याओं का कम करना या निराकरण करने वाला नेता महान है ना कि अतीत को बताते वाला।
आपका
शुभचिंतक

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