प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतिहास की गलतियों से अवगत है लेकिन अपने सरकार की गलतियों से नहीं
कर्नाटक में डबल इंजन सरकार होने के बाद भी हिजाब विवाद से मोदी सरकार की दुनिया में इमेज बड़ी या कम हुई इसकी समीक्षा करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गोवा को देश की आजादी से 15 साल बाद गोवा की आजादी के लिए नेहरू को जिम्मेदार बता रहे है, देश में बढ़ती महंगाई के लिए पूर्व की सरकारें जिम्मेदार है, तो विधानसभा चुनाव के पूर्व डबल इंजन वाली कर्नाटक में हिजाब विवाद के लिए कौन जिम्मेदार है? पूर्व मेें भी कर्नाटक में डबल इंजन की सरकार थी, विधानसभा चुनाव के बाद जरूर कुछ समय के लिए विपक्ष की सरकार बनने के बाद फिर से कर्नाटक में डबल इंजन की सरकार होने के बाद कैसे हिजाब विवाद देश व दुनिया में सुखियां बटोरने लगा, जिससे कही ना कही मोदी सरकार की इमेज पर भी असर पड़ रहा है। क्या इस विवाद के लिए भी नेहरू जिम्मेदार है?
डबल इंजन सरकार में हुआ हिजाब विवाद सरकार की कार्यशैली पर उठा रहा सवाल
अभिनेत्री कंगना राणावत का कहना है कि देश को असली आजादी 2014 को मिली, वही केंद्रीय मंत्री ज्योतिराजे सिंधिया का कहना है कि 2014 के बाद देश में भ्रष्टाचार खत्म हो गया, ठीक उसी तरह ही 2014 के बाद ही देश में पहनावे को लेकर एक नये राजनीतिक विवाद का जन्म हुआ, जो धीरे धीरे अब देश व दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है, चुनावों के करीब यह विवाद गहरा जाता है। चुनाव खत्म होते ही विवाद भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। हिजाब विवाद पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी का कहना है कि हिजाब मामले पर देश को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है, सांप्रदायिक लिंंिचंग की कोशिश हो रही है। सवाल यह है कि मोदी सरकार आने के बाद भारत विश्व गुरू बनने की तरह तेजी से आगे बढ़ रहा था ऐसे में हिजाब विवाद वह भी डबल इंजन वाली सरकार में कैसे पैदा हो गया? गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इतिहास में कांग्रेस की सभी गलतियों के बारे में पूरी जानकारी है लेकिन उनकी सरकार में होने वाले विवाद की कोई जानकारी नही होने की वजह से कर्नाटक जहां पर लम्बे समय से डबल इंजन की सरकार सत्तारूढ़ होने के बाद भी हिजाब देश व दुनिया में सुखियों में छा गया है। जानकारों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह इतिहास की गलतियों से पूरी तरह अवगत है उसी तरह अपनी सरकार में भविष्य में होने वाले विवादों को देखकर उनका निराकरण करने की कोशिश क्यों नही की। केंद्रीय मंत्री अब्बास नकवी का कहना है कि स्कूल व कॉलेज में ड्रेस कोड बनाए है तो छात्र और छात्राओं को उसका पालन करना पड़ेगा। अगर उन्हें लगता है कि ड्रेस कोड में नही जा सकते है तो किसी अन्य जगह दाखिला ले लें। सवाल यह है कि डबल इंजन सरकार होने के बाद भी कर्नाटक में ड्रेस कोड का पालन सरकार क्यों नही करा सकी, क्योकि गांधी परिवार या फिर नेहरू ने डबल इंजन सरकार को रोके रखा था कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान ही हिजाब विवाद गहराने पर इस मामले पर कोई निर्णय लिया जायेगा।