महंगाई की तरह ही मोदी सरकार में इस समस्या में भी भारी उछाल आया
आरएसएस के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने देश में बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी और विषमता का मुद्दा उठा को देशवासियों का ध्यान खींचने में जरूर कामयाब रहे, लेकिन देश में हिन्दू मुस्लिम के बीच बढ़ती दुरियो को लेकर कुछ भी नही कहा जबकि गरबा में मुस्लिम युवकों को देश के विभिन्न हिस्सों में पीटे जाने की खबरें आने के साथ ही मुस्लिमों व्यापारियों के सामान धार्मिक स्थलों के आसपास बेचने पर रोक लगाने की मंाग भी भाजपा नेता कर रहे है। महाराष्ट्र सरकार ने भी गांधी जयंती के दिन से हैलो की जगह वंदे मातरम बोलने का विवादित आदेश जारी कर दिया है। राजनीजिक जानकारों का मानना है कि हिन्दू मुस्लिम विवाद महंगाई और बेरोजगारी से ज्यादा गंभीर मुद्दा है क्योकि इस विवाद के चलते ही पूर्व में देश एक बार बंट चुका है, इसके बाद भी राजनीतिक लाभ के लिए इस विवाद को लगातार हवा दी जा रही है? जिसके मद्देनजर ही कांग्रेसी नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे है। लेकिन संघ के तरफ से ऐसी कोई कोशिश नही हो रही है कि हिन्दू मुस्लिम के बीच की दुरियां कम हो।
ताकतवर मोदी सरकार में आरएसएस को गरीबी बेरोजगारी की समस्या तो दिखाई दी, लेकिन हिन्दू मुस्लिम के बीच बढ़ती दूरियां नजर नही आ रही है इसलिए इस मुद्दे पर आरएसएस महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने कुछ भी नही कहा। उन्होंनें इस बात पर चिंता जाहिर की कि देश में 20 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे है, 23 करोड़ लोग एक दिन में 375 रूपये से कम कमा रहे है, चार करोड़ लोगों के पास कोई काम नही है। इन मुद्दे से अलावा भी देश में हिन्दू मुस्लिम की एक नई समस्या मोदी सरकार में महंगाई की तरह बढ़ती गई। जिसमें मारपीट के अलावा मॉब लिंचिग ेंके बहुत से मामले सामने आये । जिसके चलते लगातार दूरिया बढ़ती गई। संभवत: बढ़ती दुरियों को खत्म करने के लिए उद्देश्य से संघ प्रमुख मोहन भागवत विगत दिनों दिल्ली के कस्तूरबा गांधी स्थित मस्जिद के साथ ही मजार भी गये थे, लेकिन इसके बाद भी गरबा में मुस्लिम युवको के मारे जाने के अलावा महाराष्ट्र सरकार के द्वारा हैलो की जगह वंदेमारतम बोलने का फरमान जारी करने पर संघ की चुप्पी सवालों के घेरे में है। हिन्दू मुस्लिमों के बीच बढ़ती दूरियों के मद्देनजर ही कांग्रेसी नेता राहुल गांधी भारत जोड़ेा यात्रा कर रहे है लेकिन संघ हिन्दू मुस्लिम विवाद को खत्म करने के लिए वैसी सक्रियता नही दिखा रहा है, संघ प्रमुख जरूर मस्जिद जाकर एक अच्छा संदेश दिया लेकिन इसके बाद संघ ने चुप्पी साध ली। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि हिन्दू मुस्लिम विवाद के चलते पूर्व में देश एक बार बंट चुका है इस विवाद को राजनीतिक लाभ के लिए फिर से राजनीतिक दल हवा देकर कही ना कही देश को तोडऩे की जमीन तैयार कर रहे है। मंहगाई, बेरोजगारी से बड़ी समस्या देश की हिन्दू मुस्लिम बन गई है जिस पर संघ मौन साधे हुए है, जबकि अखंड भारत की आवाज संघ उठाता रहता है लेकिन हिन्दू मुस्लिम विवादों पर चुप्पी साध लेता है,