October 23, 2024

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा के बाद छत्तीसगढ़ भाजपा महंगाई के मुद्दे पर सड़क पर उतरी है?

कृषि बिल की तरह ही मंहगाई के मुद्दे पर भी भाजपाईयों की फजीहत हो सकती है

छत्तीसगढ़ भाजपा मंहगाई के खिलाफ सात सालों बाद सड़क में उतरी है लेकिन सड़क में उतरने से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से छत्तीसगढ़ भाजपा संगठन ने किसी प्रकार की कोई चर्चा की है कि भविष्य में पेट्रोल व डीजल के साथ ही रसोई गैस के दाम केंद्र सरकार के द्वारा नही बढ़ाये जायेगें ? क्योकि एक तरफ मोदी सरकार पेट्रेाल डीजल के दाम बढ़ती रही और दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ भाजपा वेट टैक्स कम करने की लड़ाई लड़ेगी तो कही ना कही भाजपा की ही किरकिरी होगी, जिस तरह कृषि बिल पर हुई, भाजपाई दिन रात एक साल से जनता व किसानों को कृषि बिल के फायदे गिना रहे थे लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी की तरह अचानक कृषि बिल वापस लेने की घोषणा करके भाजपाईयों को कही ना नही छोड़ा, कृषि बिल के लाभ बताने वालों को अब कृषि बिल का नुक्सान बताने का मजबूर होना पड़ा रहा है।

छत्तीसगढ़ में चक्का जाम से जनता परेशान नही हुई क्या ?

छत्तीसगढ़ में भाजपा मंहगाई को खिलाफ चक्का जाम करके आम जनता को राहत दिलाने की कोशिश कर रही है या जाम करके नयी समस्या से अवगत करा दिया। क्योकि किसान आंदोलन में भाजपाईयों को सड़क जाम की बहुत चिंता था, छत्तीसगढ़ में जब भाजपा ने सड़क जाम किया तो आम जनता की समस्याओं को भूला दिया। चक्काजाम पर भाजपाईयों का दोहरा रवैय्या स्पष्ट करता है कि 0सत्ता पाने के लिए चक्का जाम सही है और सत्ता मिलने के बाद चक्का जाम गलत हो जाता है। सात सालों में पहली बार महंगाई के मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरी भाजपा नेता ही संशय है कि महंगाई के खिलाफ उनकी लड़ाई कही कृषि बिल की तरह उन पर ही बैक फायर ना कर जाये, क्योकि बढ़ती महंगाई के लिए राज्य सरकार से ज्यादा केंद्र सरकार जिम्मेदार है, मोदी सरकार में पेट्रोल डीजल, रसोई गैस, खाने के तेल के दाम दोगुना से ज्यादा हो गये है, जिसके चलते महंगाई बेलगाम हो गयी है। पेट्रोल व डीजल के दाम शतक मारने के बाद जब हिमाचल प्रदेश में भाजपा का सुपड़ा साफ हो गया तो पेट्रेाल में पांच रूपये व डीजल में दस रूपये कम करके जनता को मंहगाई से राहत देने का मोदी सरकार ने दिखावा किया। जिसके बाद से छत्तीसगढ़ भाजपा जो अभी तक धर्मांतरण व कवर्धा में भगवा का अपमान को लेकर सत्ता पक्ष को घेरने की कोशिश कर रही थी, इस बार आम जनता की समस्याओं को लेकर सड़क पर उतरी है। आने वाले दिनों में फिर मोदी सरकार पेट्रेाल व डीजल के दाम बढ़ा कर जनता पर महंगाई का बोझ नही डालेगी, इस संबंध में अगर छत्तीसगढ़ भाजपा के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत किये बगैर ही सड़कों में उतर गये है तो निश्चित ही भाजपा की परेशानी बढऩे वाली है।

भाजपाईयों को केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए – प्रकाश अग्रवाल

कांग्रेस प्रवक्ता प्रकाश अग्रवाल का कहना है कि छत्तीसगढ़ में पेट्रोल व डीजल का दाम पड़ोसी राज्यों की तुलना में कम है, लेकिन भारत में पेट्रेाल डीजल का दाम पड़ोसी देशों की तुलना में अधिक है, भाजपाईयों को केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन करना चाहिए कि पड़ोसी देशों की तुलना में भारत में पेट्रेाल व डीजल के दाम अधिक क्यो है।

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