October 23, 2024

मेटावाड़ा मोड़ के हादसें पर लगाम नही लगा सकी सरकार?

नक्सली से ज्यादा सड़क हादसों में लोगों की मौत बस्तर में होने के बाद भी सरकार इस समस्या को लेकर क्यों नही है गंभीर

राष्ट्रीय राजमार्ग 30 के मेटावाड़ा मोड़ पर पूर्व में भी कई सड़क हादसे होते रहे है, लेकिन प्रशासन ने यहां पर सड़क हादसों को रोकने के लिए कोई ठोस प्रयास नही करने के कारण आज सुबह लगभग तीन बजे एक बार फिर मेटावाड़ा मोड़ में यात्री बस और टाटा नेक्सान की सीधी टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में भाजपा नगरनार मंडल के उपाध्यक्ष रघु सेठिया का पुत्र भी शामिल है, जिसके चलते राजनीतिक गलियारों में भी इस हादसें की चर्चा गर्म है।
बस्तर में नक्सली घटनाओं से ज्यादा सड़क हादसों में लोगों की मौत होने के बाद भी सरकार नक्सली समस्या को लेकर गंभीर है, जबकि सड़क हादसों को लेेकर वैसी गंभीरता नही दिखाने के कारण सड़क हादसों पर लगाम नही लग पा रहा है अन्यथा मेटावाड़ा मोड़ जहां पर पूर्व में भी हुए सड़क हादसों मेें कई लोगों ने अपनी जान गवां चुके है इसके बाद भी सरकार ने इस मोड़ पर सड़क हादसा को रोकने के लिए कोई ठोस काम नही करने की वजह से जन्माअष्टमी की सुबह तीन बजे रायपुर से आ रही पायल ट्रैवल्स की बस क्रमांक सीजी 07 ई 9922 और जगदलपुर से बस्तर की तरह जा रही टाटा नेक्सन सीजी 17 केवी 6490 की सीधी टक्कर में टाटा नेक्सान में सवार चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, वही गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति की उपचार के दौरान मेडिकल कॉलेज में उपचार के दौरान हो गई। इस हादसे में मारकेल निवासी दिनेश सेठिया, गौतम गाईन के अलावा नगरनार निवासी अभिशेख सेठिया, मारकेल निवासी सचिन सेठिया और नयामुंडा में रह रहे छिंदगढ़ निवासी साकिब खान है, मरने वालों की 24, 25 साल बताई जा रही है। इस हादसे के बाद एक बार फिर सड़क हादसों पर नेता व अधिकारियों द्वारा चिंता जाहिर करने की रस्म अदायगी की जायेगी, इसके बाद नये हादसों का इंतजार किया जायेगा।

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