मोदी सरकार के जवाबी कार्यवाही का देश की जनता को है इंतजार
मोदी सरकार में चीन के द्वारा तीसरी बार अरूणाचल प्रदेश में जगहों के नाम बदले गये, लेकिन इस मामले पर मोदी सरकार के द्वारा चीन को पाकिस्तान की तर्ज पर कोई जवाबी कार्यवाही अभी तक नही की गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची का कहना हे कि अरूणाचल प्रदेश के कुछ जगहों के नाम चीन द्वारा बदलने की कोशिश की गई है, इसका हल भारत और चीन को आपस में निकालना पड़ेगा, सवाल यह है पिछले दो बार जब चीन ने अरूणाचल प्रदेश में कुछ जगहों के नाम बदले थे तो मोदी सरकार के द्वारा इस विवाद का हल निकालने का प्रयास नही किया गया जो विदेश मंत्रालय को तीसरी बार नाम बदलने पर यह कहना पड़ रहा है कि भारत और चीन को आपस में इसका हल निकालना पड़ेगा?
नाम बदलने को लेकर चीन और भारत के बीच लद्दाख की तर्ज पर कब होगी बातचीत
अरूणाचल प्रदेश की 11 जगहों के नाम बदलने जाने के मामले पर अमेरिका ने भारत का समर्थन किया है, विदेश मंत्रालय का कहना है कि अगर कोई हमारा समर्थन करता है तो अच्छी बात है लेकिन इस विवाद का हल चीन और भारत को निकालना पड़ेगा। सवाल यह है कि दुश्मन को उसी की भाषा में जबाब देने की बात कहने वाली मोदी सरकार ने चीन के द्वारा अरूणाचल प्रदेश में पूर्व में भी दो बार जगहों के नाम बदलने की कार्यवाही पर किसी भी प्रकार की कोई जबावी कार्यवाही नही की है, जिसके चलते तीसरी बार भी चीन ने अरूणाचल प्रदेश के 11 जगहों का नाम बदल कर अप्रत्यक्ष रूप से मोदी सरकार को एक बार फिर चुनौती दी हैे, लेकिन इस बार भी मोदी सरकार पूर्व की तरह ही चुप्पी साधे हुए है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची का यह कहना कि नाम बदलने की इस प्रक्रिया का हल भारत और चीन को निकालना पड़ेगा बताता है कि चीन ने पूर्व में दो बार नाम बदलने की जो कोशिश की थी उस पर मोदी सरकार के द्वारा किसी भी प्रकार का विरोध नही दर्ज कराया गया था। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा नेता दावा करते है लेकिन मोदी सरकार में देश का दुनिया में इज्जत बढ़ी है लेकिन चीन के मामले पर मोदी सरकार की चुप्पी से देश के अंदर ही मोदी की ताकत पर सवाल उठने लगे है, क्योकि लद्दाख क्षेत्र में चीन के द्वारा किये गये अतिक्रमण को अभी तक मोदी सरकार खाली नही करा सकी है।