October 23, 2024

मोदी सरकार मेें तीसरी बार चीन ने अरूणाचल प्रदेश की जगहों का नाम बदला

योगी मोदी के नाम बदलने की रणनीति का भरपुर उपयोग कर रहा है चीन

मोदी और योगी सरकार की शहरों के नाम बदलने की रणनीति से इतिहास बदलने की कोशिश पर चीन भी चलता दिखाई दे रहा है। अरूणाचाल प्रदेश में चीन ने सिर्फ से 11 जगहों के नाम बदले, जिस पर भारत का कहना है कि नाम बदलने से हकीकत नही बदल जाती है, सवाल यह है भारत सरकार की यही सोच देश में शहरों के नाम बदलने के बारे में अभी तक क्यों नजर नही आई। वही दूसरी तरफ यह सवाल भी उठता है कि ताकतवर मोदी सरकार के रहते चीन लगातार अरूणाचल प्रदेश में जगहों पर नाम कैसे बदलने का साहस कर रहा है और मोदी सरकार इस पूरे मामले पर मौन साधे हुए है।

अरूणाचल प्रदेश में नाम बदलने से हकीकत नही बदल जाती है तो योगी सरकार के नाम बदलने से बदल जाती है?

योगी और मोदी सरकार शहरों के नाम बदलकर मुगल संस्कृति को खत्म करने का प्रयास कर रही है, जिसकी भाजपा नेता खुल्ले दिल से प्रशंसा भी कर रहे है लेकिन जब चीन अरूणाचल प्रदेश में जगहों के नाम बदलकर चीनी नाम कर रहा है जिस पर भारत सरकार का कहना है कि नाम बदलने से हकीकत नही बदल जाती है, तो यह देश में भी लागू हेाता है कि योगी और मोदी सरकार के द्वारा नाम बदलने से हकीकत नही बदलती तो फिर क्यों नाम बदला जा रहा है, यह सवाल तो बनता ही है। वही दूसरी तरफ मोदी सरकार में चीन लगातार अरूणाचल प्रदेश में नाम बदलने का काम कर रहा है, लेकित ताकतवर मोदी सरकार के द्वारा कोई जबावी कार्यवाही नही करने से चीन के हौसले लगातार बढते जा रहे है और उसने एक बार फिर अरूणाचल प्रदेश के 11 जगहों का नाम बदलने का दुष्साहस किया है। सवाल यह है कि जब देश में ताकतवर मोदी सरकार के रहते चीन ने अरूणाचल प्रदेश की जगहों के नाम बदलने की शुरूआत की है जिस पर मोदी सरकार के द्वारा पाकिस्तान की तर्ज पर सर्जिकल अटैक नही करने के कारण तीसरी बार चीन ने नाम बदलकर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती दी है। गौरतलब है कि चीन अरूणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत मानता है, गौरतलब है कि 2003 में अटल बिहारी बाजपेयी ने तिब्बत को चीन का हिस्सा माना जिसके बदले चीन ने सिक्किम को भारत का हिस्सा माना , इसके बाद से चीन अरूणाचल प्रदेश को लेकर आक्रामक है।

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