भारतीय डीएनए के पहचान के लिए योगी फार्मूले पर मोदी सरकार को विचार करना चाहिए
मोदी सरकार ने भारतीय नागरिकता के लिए सीएए कानून लाया जिसका भारी विरोध भी हुआ। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय डीएनए की पहचान करने के लिए सीएए कानून से भी बेहत्तर रास्ता खोज निकाला है। उनका कहना है कि भारतीय डीएनए साबित करते ने लिए जय श्री राम का उद्धोष ही काफी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भगवान श्रीराम हमारे पूर्वज हैं, इसलिए जय श्री राम बोलने मेें किसी को कोई दिक्कत, आपत्ति नही होनी चाहिए। जो जय श्री राम नही बोलता है हमें उसके डीएनए पर शक होता है, याहे वह भारतीय नही घुसपैठिया है। राजनीतिक पंडितों का मानना है कि भारतीय डीएनए की पहचान के लिए योगी आदित्यनाथ ने जय श्री राम का नारा की जो रणनीति बनायी है उस पर ही मोदी सरकार को विचार करना चाहिए, सीएए और एनआरसी को लेकर देश में विरोध के स्वर बुलंद हो रहे है कि कागज कहां से लायेगें, कागज की समस्या का समाधान करते हुए योगी आदित्यनाथ ने जय श्री राम के नारे को ही भारतीय डीएनए से जोड़ते हुए कहा कि जो जय श्री राम का नारा नही लगता है कि उसके डीएनए पर शक की बात कही है। इसलिए मोदी सरकार को योगी आदित्यनाथ के भारतीय डीएनए की पहचान के इस नये फार्मूले पर विचार करना चाहिए इसमेें समय और पैसा दोनों की बजत होगी।