October 23, 2024

नाकामी छुपाने का आसान तरीका

सत्ता पक्ष अपनी नाकामी छूपाने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार बताती है।
जगदलपुर। भारतीय लोकतंत्र में विपक्ष को कटघरे मेंं खड़ा करना एक परंपरा सी बन गया है, केन्द्र में जहां मोदी सरकार विपक्ष पर निशाना साध रही है वही दूसरी तरफ पुडुचेरी में कांग्रेस की सरकार गिरने पर मुख्यमंत्री नारायण स्वामी भाजपा पर निशाना साध रहे है। कांग्रेस की सरकार गिरने के बाद उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार, एनआर कांग्रेस और एआईडीएमके ने तीन मनोनीत सदस्यों को वोटिंग करने देकर हमारी सरकार गिरा दी, ये लोकतंत्र की हत्या है.पुडुचेरी और इस देश की जनता उन्हें सबक सिखाएगी। गौरतलब है कि कांग्रेस- डीएमके गठबंधन के विधायक लगातार इस्तीफा देने के कारण सरकार अल्पमत में आ गयी, अपने विधायकों को एकजुट व संतुष्ट नही रख पाने में असफल मुख्यमंत्री नारायण स्वामी इसके लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराकर अपनी गलतियों पर पर्दा डालने का प्रयास कर रहे है, प्रदेश के मुखिया होने के कारण अपने विधायकों की नाराजगी को दूर कर इन्हें एकजूट रखना उनकी जिम्मेदारी थी जिसमें वह कम से कम अन्तिम समय में पूरी तरह से असफल होने के कारण विगत कुछ समय से लगातार विधायक इस्तीफा दे रहे है, जिसे मुख्यमंत्री नारायण स्वामी नही रोक पाये और आज जब कुर्सी चली गयी तो वह भाजपा को निशाना साध कर अपने नाकामयाबियों पर पर्दा डालने के लिए लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगा रहे है। कांग्रेस संगठन की भी जिम्मेदारी थी कि पुडुचेरी में विधायकों के पलायन को लेकर कोई सक्रियता दिखाती ताकि पलायन को रोका जा सके लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ। केन्द्र की मोदी सरकार पर कांग्रेसी लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगा रहे है लेकिन पुडुचेरी में कांग्रेस अपने विधायकों को पाला बदलने से नही रोक पायी, और सत्ता चली गयी।
केन्द्र में मोदी सरकार अपनी नाकामयाबियों को छिपाने के लिए जिस तरह से विपक्षी दलों को जिम्मेदार बता कर पल्ला झाडऩे का प्रयास कर रही है, किसान आंदोलन को भी विपक्ष का आंदोलन करार देने में किसी भी प्रकार की कोई देरी नही की, उसी तरह ही पुडुचेरी में सत्ता खोने के लिए कांग्रेसी भाजपा को जिम्मेदार बता कर अपने आप को पाक साफ बताने का प्रयास कर रहे है। विपक्ष को जिम्मेदार बता कर सत्ता पक्ष भारतीय लोकतंत्र में अपनी रोटियां सेकने का इतिहास पुराना है और आज भी जारी है, जिसे जनता ही बदल सकती है अन्यथा यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

जनता ही क्यो ना पैसा लेकर भाजपा को वोट दे दें

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