राकेश टिकैत से सवाल करने वाला गोदी मीडिया मोदी सरकार से सवाल करेगा?
संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर एनडीए की बैठक में नेशनल पीपुल्स पार्टी की सांसद ने नागरिकता संशोधन कानून सीएस को हटाने की मांग करके कही ना कही कृषि बिल की तरह ही मोदी सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है, क्योकि कृषि बिल वापसी के बाद सीएए एनआरसी की वापसी की आवाज भी बुलंद होने लगी है। सांसद अगाथा संगमा का कहना है कि एनडीए में शामिल पार्टियों के फ्लोर नेताओं की बैठक में मैने केंद्र सरकार से लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सीएए को वापस लेने की अपील की है। सवाल यह है कि क्या मोदी सरकार लोगों की भावनाओं को नजरअंदाज करके सीएए बिल लायी है? ठीक कृषि बिल की तरफ।
ओवैसी भी कर चुके है सीएए वापसी की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि बिल वापसी के बाद गोदी मीडिया यह सवाल उठाने लगी थी कि आने वाले दिनों में विपक्ष सीएए, एनआरसी बिल वापसी की भी मांग करेगी, तो मोदी सरकार क्या उसे भी वापस ले लेगी? उत्तरप्रदेश चुनाव में किस्मत आजमा रहे असदुद्दीन ओवैसी ने सीएए और एनआरसी वापसी की मांग को गोदी मीडिया ने जम कर हवा दी, किसान नेता राकेश टिकैत से भी कृषि बिल वापसी के बाद सीएए और एनआरसी के संबंध में गोदी मीडिया ने सवाल करना नही भूला। लेकिन भगवान को कुछ और ही मंजूर था शायद , शीतकालीन सत्र के लिए आयोजित बैठक में एनडीए के सहयोगी नेशलन पीपुल्स पार्टी की सांसद अगाथा संगमा ने ही सीएए वापसी का मुदृदा उठा कर मोदी सरकार की सत्र शुरू होने से पूर्व ही परेशानी बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को रद्द कर दिया है, इन कानूनों के पीछे लोगों को हितों का ध्यान रखा गया है, लिहाजा अब सीएए को भी रद्द करके नार्थ- ईस्ट के लोगों की भावनाओं का भी ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि मैंने यह मांग अपनी पार्टी ओर पूर्वोत्तर के लोगों की ओर से की है, हालांकि अभी तक सरकार की कोई प्रतिक्रिया नही आयी है। एनडीए का हिस्सा अगाथा संगमा की सीएए वापसी की मांग के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चा गर्माने लगी है क्योकि कृषि बिल पर अकाली दल ने एनडीए का साथ छोड़ दिया था, एक साल बाद मोदी सरकार को कृ़षि बिल वापस लेने को मजबूर होना पड़ा, पूर्वोत्तर राज्यों के हितों का ध्यान रखते हुए सांसद संगमा ने सीएए की वापसी की मांग करके मोदी सरकार की संसद सत्र के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव में मुश्किलें बढ़ा दी है। क्योकि यह स्पष्ट हो गया है कि कृषि बिल पर जिस तरह से एनडीए में फूट पड़ी उसी तरह ही आगामी दिनों में सीएए पर भी फूट पडने वाली है। गोदी मीडिया एनडीए का हिस्सा सांसद अगाथा संगमा की इस मांग को लेकर मोदी सरकार को कितना निशाना बनाती हेै इस पर भी सभी की नजर रहेगी क्योकि कृषि बिल वापसी के बाद सीएए व एनआरसी को लेकर विपक्ष व किसान नेताओं से जम कर सवाल किये थे।