भाजपा की नैय्या विधानसभा चुनाव में जय श्री राम ही पार लगा सकते है
विधानसभा चुनाव से पूर्व निजीकरण के खिलाफ बैंककर्मियों का दो दिवसीय बंद व बीमा कंपनियों की हड़ताल क्या भाजपा के चुनावी समीकरण को बिगड़ सकेगी? यह सवाल इसलिए महत्वपूर्ण है क्योकि जिन राज्यों में चुनाव है वहां पर भी बड़ी संख्या में निजीकरण के खिलाफ विरोध कर्मचारियों द्वारा किया गया है। क्या विरोध करने वाले कर्मचारी भाजपा के खिलाफ आवाज बुलंद करने का साहस करेगें, क्योकि भाजपा के पक्ष में मतदान करने का मतलब तो यही निकलेगा कि भाजपा द्वारा किया जा रहा काम सही है। गौरतलब है कि किसान भी भाजपा को हराने के लिए सड़क पर उतर गये है वही महंगाई भी अपने चरम पर है पेट्रोल डीजल एतिहासिक ऊंचाई पर है, चुनाव के चलते जरूर इसके दाम नही बढ़ रहे है लेकिन चुनाव खत्म होते ही इसके दामों में वृद्धि होने का अनुमान है क्योकि क्रूड ऑयल का रेट लगातार बढ़ रहा है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि विधानसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में कुछ भी नही है सिर्फ जय श्री राम के अलावा। यही नारा भाजपा की चुनावी वैतारणी को पार लगा सकता है यह बात भाजपा के नेता भी जानते है इसलिए अपने चुनाव प्रचार में वह जय श्री राम का नारा लगाना नही भूलते है, ताकि हिन्दू पर किसी भी प्रकार का कोई खतरा ना आये।