सात साल बाद याद आया कि पेट्रेाल डीजल के बढ़ते दामों के लिए पूर्व की सरकारें दोषी थी ।
पेट्रोल के बढ़ते दामों पर मोदी सरकार की हो रही किरकिरी को देखते हुए एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पेट्रोल के बढ़ते दामों के लिए पूर्व की सरकारों को जिम्मेदार बताते हुए अपनी सरकार के क्लीन चिट दे दी। गौरतलब है कि देश में सात सालों से मोदी सरकार ही काम कर रही है इस दौरान मोदी सरकार ने पेट्रोल डीजल से मुक्ति दिलाने के लिए कौन कौन से ठोस प्रयास किये और कितने पेट्रोलियम के आयात में कमी लायी, इसकी जानकारी नही दी।
पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दामों को मोदी सरकार ने चुनावी मुद्दा बना कर सत्ता पर काबिज हुई, पिछले सरकार में मोदी ने कभी भी पेट्रेाल के बढ़ते दामों के लिए पूर्व की सरकारों को दोषी नही ठहराया था लेकिन वर्तमान में पेट्रेाल के बढ़ते दामों के लिए पूर्व की सरकारों को दोषी बता कर अपनी सरकार का बचाव करके यह संदेश देने की कोशिश की कि अगर पूर्व की सरकार बेहत्तर काम करती तो आज ऐसे हालत नही होते। तमिलनाडु के तेल और गैर परियोजनाओं के उद्घाटन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि क्या हमारे देश्या जैसा एक विविधतापूर्ण और प्रतिभावना देश ऊर्जा आयात पर इतना निर्भर रह सकता है। उन्होंने कहा कि अगर हमने इस मामले पर पूर्व में ध्यान दिया होता तो आज ऐेसे हालात नही होते। मोदी सरकार में होने वाली सभी समस्याओं के लिए पूर्व की सरकारें ही जिम्मेदार थी तो जनता ने मोदी को क्या पूर्व की सरकारों की गलतियों को बताने के लिए सत्ता सौपी है।