October 23, 2024

चिढ़ाने के लिए भी जय श्री राम के नारे का उपयोग किया जाने लगा है

राजनेता भगवान राम का सम्मान बढ़ा रहे है या घटा रहे है?
बंगाल व देश की राजनीति जय श्री राम के नारे पर सिमटती जा रही है

जय श्री राम का नारा किसी को चिढ़ाने के लिए भी लगाया जायेगा, इसकी उम्मीद शायद भगवान राम को भी नही होगी, लेकिन बंगाल चुनाव में इन दिनों जय श्री राम का नारा किसी को चिढ़ाने के लिए नेता व उनके समर्थक जोर शोर लगा रहे है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि बंगाल में जिस तरह जय श्री राम के नारे लग रहे है उससे यह लगने लगा है कि भगवान राम कही बंगाल का चुनाव तो नही लड़ रहे है।
राजनीतिक सभाओं में नेता जय श्री राम के नारे लगाते रहे है लेकिन बंगाल के विधानसभा चुनाव में जय श्री राम का नारा अब ममता बेनर्जी को चिढ़ाने के लिए उपयोग में लाया जाने लगा है। भाजपाई नेता अपनी सभाओं में ममता बेनर्जी पर सवाल उठाते रहे है कि उन्हें जय श्री राम के नारे से दिक्कत क्यो है । नंदीग्राम विधानसभा चुनाव प्रचार के अंतिम दिन आयोजित रोड़ शो में ममता बेनर्जी का काफिला अमित शाह के रोड़ शो सामने से गुजरने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्री राम का नारा लगाया जिसके चलते कुछ समय के लिए तनावपूर्ण स्थिति बन गयी थी। बंगाल में जिस तरह से भाजपा नेता व उनके कार्यकर्ता जय श्री राम का नारा ममता बेनर्जी के चिढ़ाने में उपयोग कर रहे है उससे सवाल उठता है इससे भगवान राम का सम्मान बढ़ रहा है या घट रहा है। क्योकि इसके पूर्व कभी भी जय श्री राम के नारा का इस्तमाल किसी को चिढ़ाने के लिए नही किया जाता था, सत्ता के लिए जय श्री राम के नारे का उपयोग इस तरह होगा इसकी उम्मीद नही थी! लेकिन जिस तरह से राजनीति का स्तर गिर रहा है उससे निश्चित ही भगवान राम के सम्मान पर खतरा भी मंडराने लगा है क्योकि लोग भगवान का नाम श्रद्धा के साथ लेते थे लेकिन विकास के इस युग में भगवान राम के नारे का उपयोग चिढ़ाने के लिए भी करके नेता व कार्यकर्ता भगवान राम का सम्मान कैसे बढ़ा रहे है यह ऐसा सवाल है जो चर्चा का विषय बनता जा रहा है। उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले ही कह चुके है कि बंगाल में अगर भाजपा जीतती है तो बंगालवासियों को भी रामराज्य की अनुभूति होगी।

भगवान राम ही भाजपा को बंगाल में सत्ता दिला सकते है!

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