October 23, 2024

अक्षय कुमार की जुबान खोलने के लिए किसानों ने सूर्यवंशी फिल्म का विरोध किया

किसान आंदोलन पर मौन के साथ ही पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों पर भी अक्षय कुमार ने मौन साधा

किसान आंदोलन का समर्थन नही करने पर किसानों ने पंजाब में अक्षय कुमार की सूर्यवंशी फिल्म को दिखाए जाने पर रोक लगाकर अभिनेताओं को यह संदेश देने की कोशिश की है कि देश की समस्याओं पर अगर बॉलीवुड ने अभिनेता इसी तरह चुप्पी साधे रहे तो आने वाले दिनों में निश्चित ही दूसरे अभिनेताओं की फिल्मों का भी बहिष्कार किया जायेगा। पंजाब के होशियारपुर शहर के पांच सिनेमा घरों में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने के साथ ही बुडलाधा के दो सिनेमाघरों में भी 6 नंवबर के सुबह के शो नही चल सके, रोपण में भी फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी, जहां शो चल रहे हेै वहां के सिनेमाघरों के मालिक भी विरोध के चलते अपने शो बंद करने पर विचार करने लगे है। गौरतलब है कि अक्षय कुमार मनमोहन सरकार में पेट्रोल व डीजल के वृद्धि पर चिंता जाहिर करते थे, लेकिन मोदी सरकार में पेट्रोल व डीजल का दाम सौ पार हो जाने के बाद भी अक्षय कुमार किसान आंदोलन की तरह ही चुप्पी साधे हुए है जैसे उनकों देश की समस्याओं से कोई लेना देना नही है।
भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता संगठन की जिला इकाई के अध्यक्ष स्वर्ण धुग्गा में यह प्रदर्शन किया गया, संगठन के लोगों ने शहीद उधम सिंह पार्क से स्वर्ण सिनेमा तक फिल्म सूर्यवंशी के विरोध में मार्च भी निकाला। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि फिल्म दिखाने की इजाजत तब तक नही देंगे जब तक कि कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लिया जाता है। किसानों के द्वारा हो रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए पंजाब के सभी सिनेमाघरों के मालिकों में डर का माहौल है, जिसके चलते वह शो बंद करने पर विचार करने लगे है।

सूर्यवंशी का बहिष्कार शानदार रणनीति

राजनीतिक जानकारों का मानना है कि कृषि बिल को खिलाफ किसान विगत एक साल से आंदोलन कर रहे है, इस आंदोलन में सैकड़ो किसानों की जान भी चली गयी है इसके बाद भी बॉलीवुड के अभिनेताओं ने इस मामले पर चुप्पी यह दर्शाती है कि वह देश की जनता से ज्यादा मोदी सरकार की चिंता है, इसलिए मोदी सरकार के खिलाफ बोल कर ईडी और सीबीआई से बचना चाहते है। अगर अभिनेताओंं ने किसी भी प्रकार का गलत नही किया है तो फिर डर किस बात का है? पंजाब के किसानों ने बॉलीवुड अभिनेताओं की चुप्पी को तोडऩे के लिए उनके फिल्मों का बहिष्कार करने का जो निर्णय लिया है वह निश्चित ही एक शानदार कदम कहा जा सकता है। देश की जनता को उन सभी अभिनेताओं की फिल्मों का बहिष्कार करना चाहिए, जो देश की महत्वपूर्ण समस्याओं पर मौन साधे रहते है। पेट्रोल डीजल मोदी सरकार में शतक मार चुका है इसके बाद भी मनमोहन सरकार में आम जनता की ङ्क्षचंता करने वाले सभी अभिनेता मौन साधे हुए है, जो यही संदेश देता है कि मोदी सरकार आने के बाद जनता की चिंता से उनका ध्यान हट कर मोदी सरकार की इमेज पर फोकस कर लिया है।

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