टाटा ग्रुप की व्यापार नीति की बताया देशविरोधी बताया मोदी सरकार के मंत्री ने
विवाद बढऩे पर आईसीसी वीडियों को हटाया
किसान आंदोलन व विपक्ष को देशद्रोही बनाते वाली मोदी सरकार के कें्रदीय वणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया इंडस्ट्री की सालाना बैठक में भारतीय बिजनेसमैन की व्यापार नीति को देशहित के खिलाफ बताते हुए टाटा ग्रुप को निशाने पर लिया जो नये संसद भवन का निर्माण कर रही है। पीयूष गोयल ने टाटा संस की उपभोक्ताओं की मदद के लिए बनाए गए नियमों का विरोध करते हुए हम सभी को इस दृष्टिकोण से परे जाने की जरूरत है। पीयूष गोयल के इस टिप्पणी की आलोचना होने के बाद सीआईआई ने वीडियों को हटा दिया और बाद में एडिट वीडियों को यूट्यूब में अपलोड किया गया, लेकिन उसे भी ब्लॉक कर दिया गया। इस पूरे मामले पर राजनीतिक जानकारों का कहना है कि मोदी सरकार अभी तक विपक्ष व मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को ही देशविरोधी बताती रही हैै लेकिन भारतीय बिजनेसमैन की व्यापार नीति को ही देशहित के खिलाफ बता कर स्पष्ट कर दिया है कि मोदी सरकार को जो भी पसंद नही है वह देशविरोधी है चाहे वह उद्योगपति ही क्यो ना हो। इस पूरे मामले पर अभी तक टाटा समूह की कोई प्रतिक्रिया नही आयी है और ना ही गोदी मीडिया इस मामले पर कोई दंगल आयोजित करेगा, क्योकि यह मोदी सरकार की इमेज को नुक्सान पहुंचा सकता है राहुल गांधी या कोई विपक्ष का नेता इस तरह का बयान या ट्वीट किया जाता तो जरूर गोदी मीडिया इस पर घंटों बहस करती। गौरतलब है कि मोदी सरकार को उद्योगपतियों की सरकार कहा जाता है लेकिन पीयूष गोयल ने उद्योगपतियों की व्यापार नीतियों को ही देश विरोधी बता दिया है।