अंपायर निष्पक्ष है यह साबित करने की जरूरत है मोदी सरकार को
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ममता बेनर्जी पर निशाना साधते हुए हुगली के तारकेश्वर में कहा कि जब खिलाड़ी बार बार अंपायर पर सवाल उठाए तो समझो उसका खेल खत्म हो गया है, उन्होंने कहा कि हर चरण के मतदान के बाद दीदी की बौखलाहट बढ़ती जा रही है। गौरतलब है कि असम में करीमगंज क्षेत्र में भाजपा विधायक की पत्नी की कार से ईवीएम के बरामदगी के बाद फिर से विपक्ष चुनाव आयोग पर निशाना साधने लगा है कि चुनाव आयोग मोदी सरकार के लिए काम कर रहा है। इस मामले पर चुनाव आयोग ने ही अपने चार कर्मचारियों पर कार्यावाही भी की है, जो साबित करता है कि आरोप में कही ना कही सत्यता थी जिसके चलते उक्त मतदान केंद्र में पुन: मतदान भी कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जरूर बोल रहे है कि बार बार अंपायर पर सवाल उठाने का मतलब है कि खेल खत्म हो गया है लेकिन अगर कोई टीम अंपायर की मदद से जीत हासिल करने की रणनीति पर काम कर रही है तो यह भी साबित होता है कि टीम कमजोर हो गयी है इसलिए जीत के लिए अंपायर का सहारा ले रही है ताकि किसी भी तरह से सत्ता तक पहुंच जाये। बंगाल में आठ चरणों में चुनाव कराये जाने पर भी विपक्षी दलों ने सवाल उठाये थे कि भाजपा को लाभ पहुंचाने के लिए इतना लंबा चुनाव कराया जा रहा है, अब चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी के कारों में से ईवीएम का मिलना साबित करता है कि भाजपा अंपायर की मदद से चुनाव जीतने की जो रणनीति बनायी थी उसमें भी सेंधमारी होने लगी है,जिससे भाजपा नेता पूरी तरह बौखला गये है। गौरतलब है कि मोदी सरकार के सत्ता में काबिज होने के बाद से ही चुनाव आयोग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे है, कि वह मोदी सरकार के इशारों पर काम कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्पष्ट करता चाहिए कि अंपायर निष्पक्ष तरीके से काम कर रहा है वह किसी भी तरह का भेदभाव नही कर रहा है, जबकि वह अंपायर पर सवाल उठाने वालें को हरा हुआ बता रहे है।