नीतिश कुमार ने पूरानी मांगों से किया किनारा,
बिहार विधानसभा चुनाव के बाद जदयू का कद में गिरावट आयी है इसका प्रमाण है कि मोदी मंत्रीमंडल विस्तार में इस बार जदयू भी शामिल हो रही है, जो अभी तक मंत्रीमंडल में तीन मंत्री मांगने के कारण लम्बे समय से दूरी बनाये हुए थे। इस बार सिर्फ एक ही मंत्रीपद पर ही तैयार हो गयी है।
बिहार चुनाव के परिणाम के बाद जो परिणाम आया है उसे देखते हुए नितीश कुमार अपनी पूराने मांगों से समझौता करने को मजबूर हो गये है। जिसका प्रभाव मोदी सरकर के मंत्रीमंडल विस्तार पर भी दिखाई दे रहा है। बिहार में चुनाव पूर्व जदयू और भाजपा की सरकार में जदयू की पकड़ मजबूत होने के कारण केंद्रीय मंत्रीमंडल में तीन पद पर अड़ी हुई थी, और अपनी नाराजगी दिखाने के लिए वह मोदी मंत्रीमंडल का हिस्सा नही बनी, लेकिन बिहार के ताजा विधानसभा चुनाव परिणाम में जदयू की पकड़ कमजोर हो गयी है, बिहार में नीतिश कुमार की सरकार पूरी तरह से भाजपा के समर्थन पर टिकी होने के कारण इस बार मंत्रीमंडल विस्तार में अपनी मांग को मनाने का दबाव तो दूर जो मिल रहा है उसी पर संतोष करने की स्थिति बनी हुई है अन्यथा बिहार मुख्यमंत्री की कुुर्सी भी जाने का खराब पैदा हो सकता है।