राज्यसभा जाने से इंकार करके स्पष्ट किया कि ढ़ाई ढ़ाई साल वाला फार्मूला अभी जिंदा है
स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने राज्यसभा जाने से इंकार करते हुए छत्तीसगढ़ में ही काम करूंगा, नहीं तो घर में बैठने की बात कह करके कही ना कही प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर चल रही खींतचान को बल ही मिला है, क्योकि अभी भी ढ़ाई ढ़ाई साल वाले फार्मूले पर राहुल गांधी ने किसी भी प्रकार का कोई स्पष्टीकरण नही दिया है जिससे प्रदेश की जनता को यही लग रहा है कि राहुल गांधी के सामने कोई समझौता हुआ है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस का आला संगठन स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव को राज्यसभा भेंज कर कुर्सी की चल रही रस्साकशी का विवाद का स्थाई समाधान करना चाहती थी लेकिन उसमें सफल होती दिखाई नही दे रही है। वही इस विवाद का पटाक्षेप नही होने के कारण भाजपा नेताओं की भी उम्मीद सत्ता वापसी की बनी हुई है।
अप्रैल में छत्तीसगढ़ की दो राज्यसभा सीट खाली होने वाली है। विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत मीडिया के सामने राज्यसभा में जाने की इच्छा जाहिर कर चुके है, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल के मिलने के बाद राज्यसभा में जाने से इंकार करते हुए कहा कि कहा कि छत्तीसगढ़ में ही काम करूगां, नहीं तो घर में बैठूंगा। स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव का राज्यसभा में जाने से इंकार करना स्पष्ट करता है कि ढ़ाई ढ़ाई साल वाले फार्मूले के विवाद का अभी पूरी तरह से पटाक्षेप नही हुआ है,क्योकि राहुल गांधी ने इस मामले पर अभी तक मौन साधा हुआ है वही टीएस सिंहदेव राज्य की राजनीति छोडऩा नही चाहते है, जो बताता है कि उन्होंने अभी उम्मीद नही छोड़ी है, साथ ही कांग्रेस आलाकमान पर भी अपने वादों को पूरा करने का दवाब बना रहेगा।
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भाजपा की उम्मीदें भी जिंदा है
कांग्रेस में चल रही कुर्सी की खींचतान पर भाजपा की भी नजर है, क्योकि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की इसी अंदरूनी लड़ाई का फायदा उठा कर ही भाजपा पुन: सत्ता में आ सकती है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कांग्रेस के अंदर चल रहा सत्ता संघर्ष ही भाजपा को 2003 की तरह सत्ता तक पहुंचा सकता है। टीएस सिंहदेव ने राज्यसभा जाने से इंकार करके भाजपा की उम्मीदें बरकरार रखी है। साथ ही मुख्यमंत्री अपने की अपना इच्छा को भी खत्म होने नही दिया है।