प्रीमियम शराब दुकान हटाने का फैसला भाजपा धरना के बाद तो एफआईआर मामले पर वैसी सक्रियता क्यों नही दिखा रहे विधायक
निगम प्रशासन के द्वारा पुराने बस स्टैंड में प्रीमियम शराब दुकान खोलने का भाजपा द्वारा विरोध करने के बाद विधायक रेखचंद्र जैन ने जिला प्रशासन को पत्र लिख कर प्रीमियम शराब दुकान पुराने बस स्टैंड की जगह कही और खोलने का पत्र लिखा, जिसे भाजपा एक उपलब्धि के तौर पर प्रचारित किया कि भाजपा के दबाव में प्रीमियम शराब दुकान का बदलाव विधायक ने किया है। इस मामले पर अभी सस्पेंस बना हुआ है वही संजय गांधी वार्ड में कांग्रेसी पार्षद कोमल सेना के द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना दिलाने के नाम पर पैसा उगाही का मामला सामने आने पर भाजपा के नेता पीडित पक्षों के साथ पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कई दिनों से करने के साथ ही शनिवार शाम से धरने पर भी बैठे है लेकिन इस बार विधायक रेखंचद्र जैन क्यों भाजपा के दवाब में अभी तक जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का पत्र प्रीमियम शराब दुकान की तर्ज पर नही दिया है, यह आम जनता में चर्चा का विषय बना हुआ है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि प्रीमियम शराब दुकान के बदलने का फैसला विधायक श्री जैन ने किसी राजनीतिक दवाब में नही लिया होगा, जैसा भाजपा ने प्रचारित करने की कोशिश की, अगर ऐसा होता तो निश्चित ही संजय गांधी वार्ड के मामले पर भी विधायक संगठन व कांग्रेस के खिलाफ जाकर पार्षद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे होतें। गौरतलब है कि भाजपा संगठन कांग्रेसी पार्षद कोलम सेना के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के नाम पर बोघधाट थाने में अनिश्चिकालीन धरना दे रही है, और कांग्रेसी नेता व कांग्रेस संगठन इस पूरे मामले पर मौन साधे हुए है। प्रीमियम शराब की दुकान की तरह इस बार कांग्रेस में किसी भी प्रकार की कोई गुटबांजी नजर नही आ रही है।